ना तो वो कोई परी हैं... ना ही हम उसे फ़लक की कोई हूर कह सकते हैं।। वो एक जन्नत सी ठहरी हमारे लिए... हम तो उसे अपनी जन्नत का एक नूर कह सकते हैं।। ©gumnaam_writer011 #pari