ज़हर-ए-ग़म से निजात पाए क्यूं जख्म तो अभी भी दिल में जिंदा हैं बस अब नादान- ए- दिल ने उम्मीद छोड दी और ख़्वाहिशों ने जिद्द..... ज़हर-ए-ग़म से निजात पाए क्यूं जख्म तो अभी भी दिल में जिंदा हैं बस अब नादान- ए- दिल ने उम्मीद छोड दी हैं और ख़्वाहिशों ने जिद्द..... #जिद्द#ज़हर #ग़म #निजात