मैं भी तुम सा चुप रह सकता हूँ मैं भी तुम सा बन सकता हूँ मगर मैं चाहता हूँ कि तुम्हारा मन प्रेम से जीता जाए न कि नफरत और घृणा से ©Kajalife.... #samay #kajalife🌻 12-10-23