लाखों में एक बिन तुम्हारे जिंदगी का क्या अर्थ है! जीना मरना तुम्हारे बिना व्यर्थ है!! मान जाओ अभी तो रहेगा सही! फिर न कहना किया क्या अनर्थ है!! दूर हो जाएगी गलतफहमी कुछ देर में! बेखबर आज भी पहले सा समर्थ है!! बेखबर समर्थ