जो नदियाँ थे खुद को समन्दर समझने लगे, जो हवा थे खुद को तूफान समझने लगे 'प्रभात'इसी भ्रम में पूरी उम्र बीत गयी खुद को ही पूरा संसार समझने लगे!! #Life_delusion