प्रीत बढ़ी तोरे नैनन संग, प्रीत घटी मोरी निंदियन संग | प्रिये ! जो प्रीत बढ़े तुझ संग, हो जीवन संगीत सोम सुधा रस संगम || प्रीत बढ़ी तोरे नैनन संग, प्रीत घटी मोरी निंदियन संग | प्रिये! जो प्रीत बढ़े तुझ संग, हो जीवन संगीत सोम सुधा रस संगम || सोम = Alcohol/Wine, here used as a sense which takes to other world सुधा = Nectar Sangam = blend of something Love from North Spectators to you Nivetha Thomas...