वो दोस्त जो हर शाम क्रिकेट खेलने के लिए हाजिर हो जाया करते थे, कश्मोकाश भरी ज़िन्दगी में इतने व्यस्त हो गए हैं हम औरों को नहीं अपने आप को खो चुके हैं हम, एक वक़्त था के त्योहारों पर एक दूजे के घर मिठाई लेकर जाया करते थे। एक दौर था जब कहने की ज़रूरत नहीं पड़ती थी और दोस्त हाज़िर हो जाते थे। अब प्लान बनाकर भी कोई नहीं मिलता। सारे त्यौहार नीरस होते जा रहे हैं। #नहींमिलतेअब #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi