सब्र का एक जाम, हर रोज पीते है हम । क्या समझाये ज़माने को कि क्यो तन्हा जीते है हम । सुकुन है जिन्दगी का अपनी तन्हाइयो में कही इसलिए भीड़ में खुद को कहाँ खोते है हम । ©Hema Shakya #sabra #tanahai #Loneliness #Khamoshi #Nojoto #hemashakyaquotes #hemashakyastories #hemashakya