मोहब्बत का नाम हि , अब हम कब्र से जोड देंगे। जब जब लगाया दिल, तब तब धोका है खाया। तो क्या गैर है, जो हम मोहब्बत को हि , बेवफा कह देंगे। मोहब्बत का नाम हि , अब हम कब्र से जोड देंगे। ना चाहत है अब किसीकी, ना तो किसीको चाहेंगे। आज तक जीन जीन कि , राहो मे थे गय। अब उन राहो को हि क्या, वो रस्ता हि छोड देंगे। मोहब्बत का नाम हि , अब हम कब्र से जोड देंगे।