उनकी नजरों में हद से ज्यादा गंदा हो गया था मैं दिल रोज तोड़ने का जैसे धंधा हो गया था मैं ना देखी बेरुखी उसकी, ना कोई गलती इश्क में आँखों वाला अंधा हो गया था मैं ये कैसा इश्क किया जिसमें बस रुसवाई ही मिली उसका नाम लेने भर से शर्मिंदा हो गया था मैं आसमां की चाह दिल में लिए बैठा सोने के पिंजरे में कैद कोई परिंदा हो गया था मैं जब रुख़सत हुआ उससे, कुछ ना बचा सीने में पर लगा मरने के बाद फिर से जिंदा हो गया था मैं #unkinazrein #sharminda #kaidparinda #brokenhearted #lovehurts #love #broken #alone #tutadil