संसार की सबसे सशक्त स्त्रियां निभाती हैं एक पिता का किरदार। वहीं संसार के सबसे कोमल पुरुष हृदय से मां बन जाते हैं ।। ~©अंजली राय एक स्त्री मातृत्व को नौ माह तक अपने रक्त के एक एक कतरे से सींचती है। अपनी हड्डियों के एक एक टुकड़े को बिखेर देती है एक नए ढांचे के निर्माण खातिर