अब अपने लहजे में नरमी बहुत ज़्यादा है नए जमाने में अब नयी जंग का इरादा है में अपनी लाश लिए फिर रहा हूँ अपने काँधे पर तेरे इस शहर में जमीन की कीमत बहुत ज्यादा है लाश