घर का छोटा बेटा हुँ मै ,कई आपदा झेला हुँ , सबकी सुन कर चुप सा रहना ,इतना तो सब सिखा हुँ । इतना तो अब जान चुका हुँ ,सुख है पर काफ़ी दुख है पर सबका मै लाडला बेटा ,सबकी आँखों का तारा हुँ ।। कई लाभ है छोटे को यदि ,अपना फर्ज निभा पाए , कई बार सब कुछ मिलता है , यदि वो छोटा बन पाए । घर का मालिक भी होता है ,यदि सबकी वो सुन पाए सबके हाथों पर रहता है ,इतना यदि काबिल हो पाए ।। माँ की आँखों पर बसता हुँ , उनका छोटा बेटा हुँ बाप के सीने पर सो जाऊं, उनका राज दुलारा हुँ। बड़े भाई के कंधे पे और बहनो के लफ्जों पर हुँ सबसे छोटा सबसे प्यारा , घर का छोटा बेटा हुँ।। *|('}_* *|(_/\\__G@ur@v______✍🥀* *🌚!! शुभ रात्रि !!🌚* *🚩!! जय सियाराम !!🚩* ©गौरव दीक्षित(लव) #chotabeta