आजादी के शुभ दिन की स्वर्णिम वेला है आई, जान की कुर्बानी जिसके ख़ातिर असंख्यों ने लगाई, कहा आसान थी मिलना देश को आजादी, गोरे थे अत्याचारी देश में मचा दी थी बर्बादी, उन परिस्थितियों में जिसने आवाज उठाई, क्रांति की लौ जिस-जिस ने जलाई, थे वो सब स्वतंत्रता सेनानी बड़े ही स्वाभिमानी, भारत माँ की आजादी ही जिन्होंने अंतिम साँस तक चाही, आज आजाद है मन से अब हकीकत में आजाद बनना, सोने की चिड़िया है अपना देश फिर किसीका ना गुलाम बनना, देशप्रेम की भावना को हर दिन बढ़ने देना, राम की पावन धरा को तुम ना बदनाम करना, गौरव हैं इतिहास निज धरा का वीरों की अमर बलिदानी हैं, तिरंगा लहराये सदा शान से यही हम सबने ठानी हैं, संवैधानिक देश अपना साम्प्रदायिकता इसका गहना, जाति-धर्म का भेद ना करना सब मिलकर प्यार से रहना, यही मेरी कलम का कहना जय हिंद कहने में ना झिझकना, बहुत बाँट दिया अब देश को और ना बाँटने देना, भारत का नाम हो चारों और अब यही प्रयास करते रहना। ©Priya Gour 75 वें स्वतंत्रता दिवस की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं...❤😍🇮🇳 🇮🇳जय हिंद🇮🇳 जय भारत 🇮🇳भारत माता की जय...🇮🇳❣️ #Independence2021 #मेरादेश #भारत #साम्प्रदायिकता #15august 9:50