ओ प्यारे मन सुन ले, क्यूंँ मृग सा भटके, हरि का सुमिरन कर ले। क्यूंँ जीता डर डर के। करता व्यर्थ जनम, क्यूंँ मानव बन कर के, #yolewrimo में आज का पत्र #मनकेनाम #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #माहिया_मन