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आजादी के अमृत महोत्सव एवं स्वतंत्रता दिवस की

आजादी के अमृत महोत्सव एवं स्वतंत्रता दिवस की 
         शुभकामनाओं सहित - #कुछ_दोहे -
1-
अमर शहीदों ने दिया, जब अपना बलिदान।
तब स्वतंत्र यह हो सका, अपना  हिंदुस्तान।।
2-
आजादी  के  हो  गये, अब  पचहत्तर  साल।
मना रहे हम इसलिए, अमृत महोत्सव काल।।
3-
क्रांति वीर जो दे गए, प्राणों का बलिदान।
उनके कारण पर्व यह, आया आज महान।।
4-
आजादी के पर्व पर, कर  लें  उनको याद।
जो सीमाओं पर डटे, जिनके दिल फ़ौलाद।।
5-
सियाचीन या कारगिल, या गर्मी बरसात।
सैनिक  रहते हैं  सदा, सीमा  पर  तैनात।।
6-
सेना को भी आज हम, कर लें नमन् प्रणाम।
जिनके  कारण  चैन से, सो  पाती  आवाम।।
7-
आजादी  के  बाद  से, हमने  किये  प्रयास।
भारत में होने लगा, फिर चहुँमुखी विकास।।
8-
आजादी के  बाद से, बदल  गए  हालात।
उत्पादन बढ़ने लगा, बढ़े  खूब  निर्यात।।
9-
जल थल नभ में हो गया, भारत का वर्चस्व।
हुई  तरक्की  देश  की, बढ़ा  खूब  राजस्व।।
10-
घोटाले  जब  से  हुए, रुकने  लगा  विकास।
पहुँच गया धन देश का, स्विस बैंकों के पास।।
11-
बैंकों से ऋण ले भगे, कुछ तो लोग विदेश।
लूट रहे कुछ देश को, नेताओं   के   वेश।।
12-
जिनके वोटों से करें, वह सत्ता में ऐश।
उनके घर रोटी नहीं, वहाँ करोड़ों कैश।।
13-
आजादी के पर्व पर, प्रण ले लें हम आज।
सुखी और संपन्न हो, हर घर देश समाज।।
14-
रामराज्य लाना अगर, तो बदलो परिवेश।
उन्हें जेल में ठूँस दो, लूट रहे जो देश।।
15-
जहाँ तिरंगा देश की, आन बान औ शान।
जग में सबसे श्रेष्ठ  वह, अपना  हिंदुस्तान।।
                -हरिओम श्रीवास्तव-

©Hariom Shrivastava #Independence
आजादी के अमृत महोत्सव एवं स्वतंत्रता दिवस की 
         शुभकामनाओं सहित - #कुछ_दोहे -
1-
अमर शहीदों ने दिया, जब अपना बलिदान।
तब स्वतंत्र यह हो सका, अपना  हिंदुस्तान।।
2-
आजादी  के  हो  गये, अब  पचहत्तर  साल।
मना रहे हम इसलिए, अमृत महोत्सव काल।।
3-
क्रांति वीर जो दे गए, प्राणों का बलिदान।
उनके कारण पर्व यह, आया आज महान।।
4-
आजादी के पर्व पर, कर  लें  उनको याद।
जो सीमाओं पर डटे, जिनके दिल फ़ौलाद।।
5-
सियाचीन या कारगिल, या गर्मी बरसात।
सैनिक  रहते हैं  सदा, सीमा  पर  तैनात।।
6-
सेना को भी आज हम, कर लें नमन् प्रणाम।
जिनके  कारण  चैन से, सो  पाती  आवाम।।
7-
आजादी  के  बाद  से, हमने  किये  प्रयास।
भारत में होने लगा, फिर चहुँमुखी विकास।।
8-
आजादी के  बाद से, बदल  गए  हालात।
उत्पादन बढ़ने लगा, बढ़े  खूब  निर्यात।।
9-
जल थल नभ में हो गया, भारत का वर्चस्व।
हुई  तरक्की  देश  की, बढ़ा  खूब  राजस्व।।
10-
घोटाले  जब  से  हुए, रुकने  लगा  विकास।
पहुँच गया धन देश का, स्विस बैंकों के पास।।
11-
बैंकों से ऋण ले भगे, कुछ तो लोग विदेश।
लूट रहे कुछ देश को, नेताओं   के   वेश।।
12-
जिनके वोटों से करें, वह सत्ता में ऐश।
उनके घर रोटी नहीं, वहाँ करोड़ों कैश।।
13-
आजादी के पर्व पर, प्रण ले लें हम आज।
सुखी और संपन्न हो, हर घर देश समाज।।
14-
रामराज्य लाना अगर, तो बदलो परिवेश।
उन्हें जेल में ठूँस दो, लूट रहे जो देश।।
15-
जहाँ तिरंगा देश की, आन बान औ शान।
जग में सबसे श्रेष्ठ  वह, अपना  हिंदुस्तान।।
                -हरिओम श्रीवास्तव-

©Hariom Shrivastava #Independence