ज़िन्दगी की भी ज़ालिम अजब बेबसी है न जिंदो में शामिल, न मुर्दों में शामिल हर खुशी में गम, हर गम में खुशी चाहतें कुछ और, करते कुछ और मंज़िल का पता तो राह लापता राह की खबर तो मंज़िल ही लापता ज़िन्दगी की भी ज़ालिम ग़ज़ब बेबसी है दिल में कोई और, ज़ुबां पर कोई और होश में बेहोशी की ख्वाहिशें बेहोशी में होश का इंतज़ार खुद के बुने जाल में मकड़ी से उलझे हम हर रोज़ ज़िन्दगी से एक नई जंग लड़ते हम @deepali dp #mojzamiracle #deepalidp #jashnerekhta #rahaterooh #hindishayari #strangelife