निर्मल-निर्झर-नीर-निर्मोह-निश्छल यह प्रेमस्वरुप पवित्र बंधन है, रीत-प्रीत-प्रेम-गीत से भी अति सुंदर मनमीत यह जीवन संगम है, पवित्र अटूट बंधन बंधा है समक्ष पवित्र अग्नि,जल व सात वचन है, नवजीवन,नवबहार,नवारम्भ किया अतुल्य जीवन का शुभागमन है। ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌷"पवित्र बंधन"🌷 Meaning : (Pious Relation) 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दिए हुए शब्द को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।