Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो महफ़िल ना रही जहां दोस्ती का अफसाना था जहां बैठ

वो महफ़िल ना रही जहां दोस्ती का अफसाना था
जहां बैठकर दिन बिताना था
जहां एक दूसरे की फिरकी लेकर उससे चिढाना था
जहां दोस्त के हर ग़म को खुशियों में बदलने को ठाना था .....
वो जब स्कूल जाना तो बस दोस्तो से मिलने का ठिकाना था .....
Lunch break में बस दोस्त का ही टिफिन तो खाना था ....
वो जब history की क्लास में एक से एक bunk करने का बहाना था ....
जब maths ना आते हुए भी concentration से बस teacher को देखते जाना था ....
दोस्त के incomplete homework होने पर जब हमने भी नहीं बनाने का बनाया बहाना था ....
जब डांट खानी ही थी तो साथ में ही खाना था ....
अब वो मेहफिल ना रही जहां दोस्ती का अफसाना था।  वो महफ़िलें नहीं रहीं,
वो लोग भी नहीं रहे...
#महफ़िलें #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
वो महफ़िल ना रही जहां दोस्ती का अफसाना था
जहां बैठकर दिन बिताना था
जहां एक दूसरे की फिरकी लेकर उससे चिढाना था
जहां दोस्त के हर ग़म को खुशियों में बदलने को ठाना था .....
वो जब स्कूल जाना तो बस दोस्तो से मिलने का ठिकाना था .....
Lunch break में बस दोस्त का ही टिफिन तो खाना था ....
वो जब history की क्लास में एक से एक bunk करने का बहाना था ....
जब maths ना आते हुए भी concentration से बस teacher को देखते जाना था ....
दोस्त के incomplete homework होने पर जब हमने भी नहीं बनाने का बनाया बहाना था ....
जब डांट खानी ही थी तो साथ में ही खाना था ....
अब वो मेहफिल ना रही जहां दोस्ती का अफसाना था।  वो महफ़िलें नहीं रहीं,
वो लोग भी नहीं रहे...
#महफ़िलें #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
seemasharma7192

Seema Sharma

New Creator