हर इंसान आज़ाद होना चाहता है पर किससे? और कैसे? थोड़े चिंतन के बाद समझ में आता हैं वो अपनों से आज़ादी चाहता हैं। अपने कामों से जी चुराता हैं और औरों के साथ लग जाता हैं थोड़े पैसे मिलने पर वो गुरूर से भर जाता हैं और कहता है "वो अपनों के लिए ही तो कमाता है" सब छोड़कर एक नया जहां बनाता है फिर समय उसके साथ वही सब दोहराता है फिर उसे समझ आता कि वो अपनों से आज़ादी चाहता है #yqdidi #yqbaba #yqpoetry #astrangeday #lifelessons #yqhindi अपनों से आज़ादी चाहता है