Mantri Ji गज़ब हो गया मच गया शोर, मंत्री जी की खुल गई पोल। अरे! हर अड्डे पर इनके गुन्डे, दिख गया रुपिया-पैसा का झोल। बात पर बात बना रहें घूसखोर अब, सब घुमा रहे यथार्थ को परिक्रमा गोल। शर्म से पानी है शपथ संविधान की, फ़िर भी क़ानून की देवी रही सत्यता तोल। -रेखा "मंजुलाहृदय" ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #महाराष्ट्र_राजनीति #नेतागिरी #current_situation #WForWriters #Rekhasharma #मंजुलाहृदय @11:40 Pm