होंठों पर तेरा नाम अब नहीं आता, दिल में तेरी तस्वीर भी अब नज़र नहीं आती। दिल के करीब था तू कभी बिछड़ा हुआ सा रिश्ता हुआ अभी। आंखों में आसूं भी सूख गए सभी शण भर कि पयास बुझ गई अभी। लिखत: जसन सिंह ©Jashan fatta होंठों पर तेरा नाम अब नहीं आता, दिल में तेरी तस्वीर भी अब नज़र नहीं आती। दिल के करीब था तू कभी बिछड़ा हुआ सा रिश्ता हुआ अभी। आंखों में आसूं भी सूख गए सभी शण भर कि पयास बुझ गई अभी।