"जब मेरी कलम और धारदार होगी, ना जाने कितने चेहरों से, पर्दे हटेंगे, जो मुंह से मीठे और दिल के हैं काले, जिनके ना होने से, होंगे उजाले, क्या तुमने गरीबी के जाले हटाए? तुमने गरीबों के, निबाले हटाए, जो बैठे हैं कुर्सी पे, लायक नहीं हैं, जो समझे ना मर्म, वो नायक नहीं हैं, अब ऐसे ही शहरों से, मुर्दे हटेंगे, जब मेरी कलम और धारदार होगी, ना जाने कितने चेहरों से, पर्दे हटेंगे" ©Anurudh shastri #shastri #poetriesforyouth #mom #nojotohindi #diary #motivation #inspiration #love #lovequotes #sunkissed