हक़ तो मेरा कभी था ही नही तुम पर जब हम मिले थे तो संस्कारों ने जकड़ रखा था फिर मेरे शहर से जाते ही आप किसी अनामिका के नाम में गुम थे उसके जाने के बाद आप किसी स्नेहा के स्नेह से घिरे हुए थे फिर मेरे शहर में आकर भी आप अपनी ही सृष्टि में मग्न थे और मेरा साथ मिलने के बाद भी आप अपने झूठे सलोने सपने के संग जीना चाहते थे और हाँ अब हमें ना तो आप चाहिए और ना ही आप पर कोई हक़ #nojoto #nojotohindi #abtumprhaqnhiraha #tumbewafanahilagte #yeduriyan हक़ तो मेरा कभी था ही नही तुम पर जब हम मिले थे तो संस्कारों ने जकड़ रखा था फिर मेरे शहर से जाते ही......