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"दर्द की तो अपनी इक भाषा होती है, ना जानें कितनी द

"दर्द की तो अपनी इक भाषा होती है,
ना जानें कितनी दबी इसमें निराशा होती है,
मुस्कुराहट के पीछे छिपी उदासी होती है,
लफ़्ज़ों को तो बस ख़ामोशी की हीं दिलाशा होती है!!"
🖤🖤

©Misha Anand
  #🖊️दर्द की अपनी भाषा होती है
nikitaanand7831

Misha Anand

New Creator

#🖊️दर्द की अपनी भाषा होती है #Shayari

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