जब दिल मे किसी की मुहब्बत हो आंखों मे हो उसके सपने जुबान पर खामोशी हो तो आंख भर ही आती है ,,,,,,,,, जीवन मे तन्हाई हो सिर्फ एक लम्बी जुदाई हो कहने को कुछ बाकी न रहे बस यादें उसकी शेष हो तो आंख भर ही आती है ,,,,,,,,,, कमबख्त आंखों को कहां ले जाऊ मै कैसे इन्हें छुपाऊ मै बिन बोले सब कुछ ये कह जाती है मुझे आज भी तुमसे मुहब्बत है ये दुनिया को बतलाती है फिर खुद व खुद आंख भर हीआती है ©Ajay Kumar Vishwakarma आंख भर ही आती है #womensday2021