आँसुओं के दरिया में मुस्कुराहट की नाव लिए फिरता हूँ दुःख कितना भी हो खुद ही से बाँट लिया करता हूँ। कोई साथ न देता बुरे वक्त के गलियारों में अब हाथ अपना अपने हाथ लिए फिरता हूँ । कोई तो इतना कह दें कि प्यार है तुझसे मैं दिल ये अपना बेकार लिए फिरता हूँ। मेरी कलम से - CS #Say#Somebody#love#you