यादों की गलियां तो हमारी हमेशा भरी है ! वक्त बेवक्त खाद पानी डालने वाले लोग भी खड़े पड़े हैं ! बस अफसोस इस बात का है जिनकी यादों से हमारी गलियां भरी है वह कभी हमारे यादों की गलियों से ना गुजरी हैं ! हमने सोचा न था... #सोचानथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi - अमिताभ रंजन झा 'प्रवासी' प्रवासीसंग्रह टैग पर कविता, ग़ज़ल, लघुकथा, हास्य, व्यंग इत्यादि रचनाएं उपलब्ध हैं। Instagram: amitabhrjha