नफरत लाख मिली, मुझे चाहत ना मिली जिंदगी बीत चली लेकिन गम से राहत ना मिली । उसकी महफिल में सबो को हंसते देखा। और एक हमे हंसने की भी इजाजत ना मिली ।। #Raziv Zindgi Tere Naam