मेरी कल्पना का अक्स है तू जिसे अपने साथ चाहूं वो शख्स है तू बंद आंखों से तो क्या खुली आंखों से भी पास है मेरे तू मेरी यादों का एक सहारा है तू मेरे उजड़े ख्वाबों का किनारा है तू मेरे एहसासों का एक बहाना है तू मेरी कल्पना का अक्स है तू जिसे अपने साथ चाहूं वो शख्स है तू कभी न छोड़े जो साथ ऐसा साया तू रातों की नींद का सपना है तू मेरी आंखों का झरना है तू मेरी नजरों का धोखा है तू मैं कभी न भूलो ऐसा आसमां है तू जो कभी खत्म ना हो ऐसा रास्ता है तू जिससे मैं मिलना चाहू ऐसा वास्ता है तू जिसे मैं देखना चाहूं ऐसी तस्वीर है तू कभी न भूलूँ ऐसी उम्मीद है तू मेरी यादों के पन्ने है तू जिसे अपने साथ चाहू वो शख्स है तू मेरी कल्पना का अक्स है तू मेरी कल्पना का अक्स है तू जिसे अपने साथ चाहूं वह शख्स है तू