जखम ने ही मुझे कितने जखम दिये है हैं ये तुझे कैसे पता हो गा दर्द ने ही मुझे कितने दर्द दर्द दिये हैं ये तुझे कैसे पता हो गा बीच सफ़र मे अकेला था ना किसी साथ था ना किसी सर पे हाथ था ये तुझे कैसे पता हो गा मुझे सब पता हैं तुझे सब कुछ पता था तेरी इन खामोशीयाँ का हर राज भी मुझे पता था में तेरे आश हूँ या पास हूँ ये तुझे कैसे पता हो गा ©mysterious boy जखम