यहां हर कोई दूसरों को सच्चा देखना चाहता है। पर बारी गर खुद की हो तो कतराने लगता है । बहुत गिला है जमाने से , कब बाज आओगे इंसानियत को दफनाने से । ©Bk Dixit # social evils , please try to maintain humanity...please 😢