रस्ता रस्ता नाप रही हूं मैं खुद को समेट रही हूं मैं बढ़ना आगे सीख चुकी हूं मैं अपने कल को पीछे ज़रूर छोड़ा है मैंने लेकिन अपनों को साथ लिए आगे कदम बढ़ाए है मैंने हार कर भी जीते हैं दिल हर बार खो कर पाया है कुछ ना कुछ बार बार ©Riddhi Shukla #lifelesson #lifelessonslearned #experiencesoflife #movedon