मेरी आरजू मेरी जरुरत होती गयी , जो दवा थी जहर होती गयी । ओर मैं छाऊ की उम्मीद मैं भटकता रहा , वो बे-रहम दरख़्त कटती रही । ©ARVIND kumar urdu sher #Isolated #shayari,#urdusher