जानते हैं.?? हम कठपुतली की तरह है.. जिसकी डोर किसी और के हांथ में है.. किस्मत के हांथ में.. जी हां... जैसी किस्मत वैसा ही हमारा वक़्त, हमारा साथ... हम कितनी भी कोशिश कर लें.. जो किस्मत में ना हो वो भला कैसे हासिल हो सकता है.. लेकिन इसका ये मतलब हरगिज़ नहीं.. कि, हम कोशिश करना छोड़ दें.. हो सकता है, किस्मत में कोशिश करना ही लिखा हो.!! और कोशिश करने में हर्ज ही क्या है... ज़िन्दगी के इस रंगमंच में किस्मत की डोर थामे.. कोशिश करते हुए .. हम सब कुछ ना सही, बहुत कुछ तो हासिल कर है सकते हैं ना..😊 _Rushda Sadaf #World_Theatre_Day #Kismat #रंगमंच #zindagi #Nojotohindi #QandA #special_day #Rushdasadaf