नज़रों में उलझ कर रह गए हम इस तरह... जीवन को आधार मिला हो जैसे कोई नया नया सोचा था ताउम्र रखेंगे साथ उस सुनहरी सौगात को... मालूम न था यह खेल तो है बस इक मौसम का सा ज़रा ज़रा।। #mashup