दस्तूर ए दुनिया अदा कर बोल दूं, दिसम्बर अलविदा दिल चीर कर गये जो,वो सारे मन्ज़र अलविदा गलती से सिपाहसलारों की ,कुछ घरों के चिराग बुझ गये गलतफहमियों में कुछ चिरागों ने उठा लिये थे पत्थर अलविदा कुछ गिद्धों ने जिस्म नोंच खाया, जलाकर राख कर दिया खौफ़ हुआ दरिन्दगी को,खुलेआम दिखा इन्साफ सड़क पर अलविदा सियासतदान हैरां हुये ,अब देखकर जागे हुये लोगो को बदल रही है अचानक हुक्मरां,कुर्सी खुद छिटककर अलविदा जात पात,ऊंच नीच,धर्म मज़हबों से बैर की आदत देख आमिल दुआ है इस बरस सब के दिल से ये बुराई हो जाये गुज़रअलविदा आमिल happy new year dosto 🍦🍦🍦🍦🍦🍦🍦🍦🍦🍦🍦🍦🍨🍨🍨🍨🍨🍨🍨🍨🍨🍨🍨🍨🍧🍧🍧🍧🍧🍧🍧🍧🍧🍧🍧🍧🥞🥞🥞🥞🥞🥞🥞🥞🥞🥞🥞🥞 Dastoor e duniya adaa kar bol du ,December alwida Dil cheer kar gaye jo,wo saare manzar alwida Glti se sipahsalaro ki ,kuch gharo ke chiraag bhujh gaye Gltfrhmi mai kuch chiraago ne uttha liye tthe patther alwida