वक़्त, रेत सा निरंतर, हाथों से फिसलता चला जाता है, सब्र, कण कण समेट कर, जीना सिखाता है सब्र से सीखो ज़िंदगी जीने का तरीक़ा.. #वक़्त #सब्र #ज़िंदगी #writingresolution #366days366quotes #yqdidi #yqbaba #drgwaqt 2/366 Photo credits: pinterest