पांच राज्यों के परिणामों के बाद इतना तो तय हो गया है कि अब मतदाताओं में जातिवाद परिवार को तिलांजलि दे दी है अब पहले वह वाला भारत नहीं रह गया जो जातियों में बैठकर त्रिशंकु सरकार बनाने को मजबूर कर दिया जाता था लेकिन इसे नहीं भारत में ऐसा कुछ नहीं है आज लोग अगर किसी पार्टी को वोट देने का विचार बनाते हैं तो सिर्फ विकास के नाम पर वोटिंग करना चाहते हैं यह सब से बड़ा कारण है चार राज्यों में भाजपा की सरकार एक अच्छी खासी बहुमत से बन गई है जिनकी शायद ही कोई कल्पना करता होगा 4 राज्यों के मतदाताओं ने विकास के नाम पर भाजपा को वोट दिया जो नए भारत के लिए शुभ संकेत है क्योंकि जब तक देश में जाति और धर्म पर लड़ते रहेंगे तब तक कदापि देश का विकास नहीं किया जा सकता इस चुनाव को दूसरा सबसे बड़ा पहलू यह है मतदाताओं ने उन लोगों को नकार दिया जो दल बदलने की माहिर हो गए हैं मतदाताओं ने ऐसे लोगों को सिरे से नकार दिया है यह न होना भी यही चाहिए कि जब कोई राजनेता पार्टी को छोड़कर किसी अन्य पार्टी में आता है तो कम से कम 5 वर्ष के लिए उसके चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध कर देना चाहिए ©Ek villain #अब सिर्फ विकासवाद को वोट #adventure