थके हारे लौट आते है वापिस घर को हर शाम मेरे खवाब हर सुबह पानी मे जो आग लगाने की कोशिश किया करते है सूरज की आँखों से आँखे मिलाने की मुझे हिम्मत दिया करते है दिन ढलते ही खाली हाथ थके हारे लौट आते है वापिस मुरझाया चेहरा लेकर मेरे घर को मेरे खवाब थके हारे #thakehaare #collab #yqbhaijan #yourquoteandmine Collaborating with YourQuote Bhaijan #terasukhi #terasukhiquotes #sukhi56walaquotes #shayari