चरणों की धूल नहीं हैं मेरे पास कोई गुलों की डलिया मेरी बगिया महकाने के लिए किताब में बंद वो सूखा फूल ही काफी है तो क्या हुआ जो न दे सका तू इक चुटकी भर सिन्दूर मुझे मेरा जीवन सवांरने के लिए तेरे चरणों की वो पावन धूल ही काफी है ❤ चरणों की धूल ❤ #चरणोंकीधूल #firstpost