● ॐ ब्रह्ममुहूर्त समयकाल • 24 घंटे में 30 मुहूर्त होते हैं। ब्रह्म मुहूर्त रात्रि का चौथा प्रहर होता है। सूर्योदय के पूर्व के प्रहर में दो मुहूर्त होते हैं। उनमें से पहले मुहूर्त को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। दिन-रात का 30वां भाग मुहूर्त कहलाता है अर्थात 2 घटी या 48 मिनट का कालखंड मुहूर्त कहलाता है। उसके बाद वाला विष्णु का समय है जबकि सुबह शुरू होती है लेकिन सूर्य दिखाई नहीं देता। हमारी घड़ी के अनुसार प्रात: 4.24 से 5.12 का समय ब्रह्म मुहूर्त है। ब्रह्ममुहूर्त में संध्यावंदन, योग ध्यान, प्रार्थना व अध्ययन करना चाहिए। इस समय काल शुद्ध वायु हमारे शरीर में प्रवेश करती हैं । इससे पूरा दिन सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ रहता हैं । |यदि आप कुछ भी कर पाने में असमर्थ हैं तो आप 108 बार ।। ॐ ।। ।।ओम्म्ममम्ममम्म।। इस तरह लंबा अपने अंतर्मन में जाप के करें । गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें । ©KhaultiSyahi #Shiv #Brahmamuhurat 5:08 AM #God #Wake #om #ॐ #ॐ_नमः_शिवाय् #Be #Grateful #khaultisyahi