आखिर क्या हैं दोष? माना की मैं और लोगों जैसी नहीं हूँ पर दिल और मन से तो इंसान जैसी हूँ क्या ये गुनाह हैं मेरा कि मैं लड़की हूँ या फिर ये कि मैं बाएँ हाथ से लिखती हूँ आखिर क्या हैं मेरा दोष? कोई मुझे खब्बू कहता, कोई कहे उल्टा सीधे हाथ से काम करने की हिदायतें देते