याद जब पापा की आती हैं मुझे , बहुत रुलाती हैं मुझे। हर कोई नहीं होता मेरे बाबा जैसा जो मेरी ज़िद को भी हैं मानता। पुकारू किसे इस जहां में हैं नहीं , उन जैसा कोई यहां। ©writer##Zeba Noor #बाप_बेटी #बापु #बाप #बापुजी #बाप