रग़बत और महरूम ----//-----------//////// मैं तुम्हें बस तुम्हें चाहता हूं । मैं तुम्हें चाहता ही रहूंगा। मेरी रग़बत मेरी आशिकी है। मैं तुम्हें चाहता ही रहूंगा। माना महरूम हूं मैं वफा से, पर हूँ कायल तुम्हारी सफ़ा से। तुम मेरी मोहब्बत हो जाना। मैं तुम्हे चाहता ही रहूंगा।। तेरे कदमो की आहट बनूंगा। तेरे साये के संग मैं चलूंगा। हो सफर ये कठिन चाहे जितना। मैं तुम्हे चाहता ही रहूंगा।। रीत है ये जहाँ की सुनो तुम। रग़बत में जुदाई लिखी है।। नाम तेरा हथेली पे लिखकर, मैं तुम्हे चाहता ही रहूंगा।। ऐसा हो जो मिलो न हमें तुम। ओर तन्हाइयां मुझको घेरे। तेरी यादों के रोशन दिए ले, मैं तुम्हे चाहता ही रहूंगा।। माना बरसात होगी गमों की। दगमगाएँगे अपने कदम भी। सांस की आखरी डोर तक। मैं तुम्हे चाहता ही रहूंगा।। निर्भय चौहान #Love #geet #Shayari #शायरी #Nojoto #you