नई दुनिया बनानी है... जहाँ "सचमुच के मानव" रहते हों... "मानवता" जिनकी पहचान हो....! "राग-द्वेष" "लोभ-लालच" से कोई नाता न हो... अपने हित से ऊपर दूसरों का हित हो...! "भाईचारा" ही जहाँ की पहचान हो.. नारी-जाति का जहाँ आदर और सम्मान हो..! इक-इक नारी की प्रगति.. जहाँ समाज की प्रगति कहलाये...! "नयी दुनिया" झूठे आडम्बरों आचारों से.. मानव मस्तिष्क मुक्त हो जहाँ...! सभी धर्मों को त्याग.. केवल एक धर्म.."मानव धर्म" हो जहाँ...! जाति की प्रथा विलुप्त हो जहाँ... 💕 कर्म की जहाँ पहचान हो...! मौका मिले आगे बढ़ने का हर इक को.. चाहे निर्धन या धनवान हो...! व्यवस्था ऐसी हो वहाँ.. असमानता का नामोनिशान न हो..! नई दुनिया बनानी है... जो सच में मानव के रहने लायक हो...! मुनेश शर्मा मेरी✍️🌈🌈🌈 आप सभी को इंजीनियर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएँ। सिर्फ़ डिग्री हासिल कर लेने से कोई इंजीनियर नहीं बन जाता। यह तो व्यक्ति के मन की वह अवस्था है जिसमें समाज एवं जन-कल्याण की इच्छा प्रबल हो जाती है और उसका हर कार्य अपने आप में निर्माण का रूप धार लेता है। इस प्रकार से देखें तक हम सबमें एक इंजीनियर छुपा होता है। #इंजीनियर्सडे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi