हम गुनाह करके ना जाने कैसे बेगुनाह हो जाते पता नहीं क्यों खुदा मेरी गलतियों को बक्श देता है मेरा कर्म बस इतना है मैं अमीरों को लूट कर गरीबों में बांट देता duaon mein yad rakhna