हर दिखावे से हटकर मुझे मेरा एक दोस्त दिखा, परेशानियों मे भी हँसता वो मुझे हर रोज़ दिखा, अब हम सब का वो भी एक हिस्सा बन चुका है, मेरी इस कहानी का वो भी एक किस्सा बन चुका है, जितना जाना मैंने वो अपनी बातें ज़रा कम करता है, हम सब के साथ भी वो अक्सर खुद में ही रहता है, कम वक्त में ही हमने साथ के कई किस्से बना लिए हैं, सुवंश ने भी मेरी कलम पर अपने हिस्से बना लिए हैं, हम अनजान इस बात से की ये साथ कबतक रहेगा, खैर जबतक ये मेरे लफ़्ज़ हैं वो याद तबतक रहेगा, -Shubhra Tripathi :) ©Ibrat #dearsuvansh