आज नवदुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की जाती है. मां कात्यायनी ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी हैं. गोपियों ने कृष्ण की प्राप्ति के लिए इनकी पूजा की थी. मान्यता है कि मां कात्यायनी की पूजा से विवाह में आने वाली हर प्रकार की रुकावट दूर होती है..