अब सुकून है,उन्हे भी है, बस यही एक सुकून भी है, अब जो नहीं है वो तेरी जुस्तजू है, जो ना होंगी वो अब कभी, तलबगार किसी और की है अब ढूंढ़ना है खुद को,खुद मे अब तेरी सुकून का तलबगार नहीं मै #yqhindi #yqtales #talabgar #sukun #khudi #yqbaba